सीएमओ कार्यालय के कर्मचारियों ने क्षयरोगियों को गोद लेकर उनका बढा़या हौसला

सुल्तानपुर| सुनकर और देखकर अच्छा भी लगता है की कम कमाने वाले सरकारी नौकर कभी-कभी ऐसा उदाहरण पेश कर देते है।देखकर हैरत भी होती है और उनके लिए सम्मान भी बढ़ जाना लाज़मी होता है,बात कर रहे है दो ऐसे सरकारी मुलाजिम की जिनकी तनख्वाह भी बस इतनी की बाल-बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और घर-परिवार किसी सूरत से चलता हो,अगर उनके द्वारा समाज में आगे बढ़कर कोई काम ऐसा किया जाए तो उसकी चर्चा भी होनी चाहिए| बात मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के दो कर्मियों की है,जिसमें एक लिपिक तो दूसरे वाहन चालक संघ के मंत्री लिपिक विजय कुमार राय और वाहन संघ मंत्री वसीम अहमद जिन्होनें एक-एक क्षयरोगियों को गोद ले रखा है,हर महीने बगैर नागा अपने वेतन से हजारों रू. की पौष्टिक आहार की किट जिसमें बेसन,चना,सिंगदाना, घी,सरसों तेल,दाल,चावल,प्रोटीन पाउडर, फल,गुड़,बिस्किट आदि के साथ कुछ पैसे भी देते है,सबसे बड़ी बात की ऐसे काम को दोनो कर्मचारी चाहते भी नही की इसका प्रचार-प्रसार हो,बहरहाल विजय राय और वसीम अहमद को सैल्यूट है,की ईश्वर ने इतना बड़ा दिल दे रखा है,यहां तो ऐसे भी करोड़पति है,जिन्होनें क्षयरोगियों को गोद लेने की मंच से घोषणा तक की,लेकिन बस मामला हवा-हवाई ही रहा,आपको बता दे टीबी एक ऐसी बीमारी है जो अधिकतर निचले स्तर पर जीवन यापन करने वाले होते है,इसके लिए क्षयरोग विभाग प्रयासरत रहता है की ऐसे मरीज़ों को सुविधा संपन्न लोग उन्हें गोद लेकर उनकी देखरेख के साथ उनके लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था भी करें,लेकिन जनपद में धनाढ्य तो बहुत है,लेकिन यह सेवा उन्हें भाती ही नही,विजय राय और वसीम अहमद के द्वारा किए जा रहे इस कार्य की चर्चा के साथ तारीफ भी खूब हो रही है,क्षयरोगियों को किट देते समय जिला क्षयरोग अधिकारी डां.आरके कन्नौजिया,वरिष्ठ पर्यवेक्षक सुरेश कुमार, लैब पर्यवेक्षक केके तिवारी आदि विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।