एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग और हथकरघा विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सचान ने मंगलवार को प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

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लखनऊ| एमएसएमई विकास कार्यालय कानपुर द्वारा 10-12 सितंबर 2024 तक पीएम विश्वकर्मा-सह-ट्रेड फेयर का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश के 25 जिलों (औरैय्या, बस्ती, बाराबंकी, कुशीनगर, देवरिया, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, अयोध्या, गोरखपुर, हमीरपुर, हर्दोई, जालौन, झाँसी, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखीमपुरखीरी, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, रायबरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, उन्नाव) के विश्वकर्मा कारीगर अपनी कला और उत्पाद का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में कुल 65 स्टालों में 130 प्रतिभागी शामिल हैं।

इस प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग और हथकरघा विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सचान जी ने मंगलवार 2024 को दीप प्रज्जवलित करके किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री के. विजयेन्द्र पाण्डियन, आई.ए.एस., आयुक्त और निदेशक, उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय, उत्तर प्रदेश भी उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम में श्री विष्णु कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक (आईईडीएस), एमएसएमई विकास कार्यालय कानपुर, श्री संदीप अग्रवाल, सहायक निदेशक, ग्रेड-1, और श्री गौरव आर्या, सहायक निदेशक, ग्रेड-2, भी शामिल हुए। उद्घाटन के बाद श्री विष्णु कुमार वर्मा ने अतिथियों, पत्रकारों और कारीगरों का स्वागत किया और पीएम विश्वकर्मा योजना की जानकारी दी।

मंत्री श्री राकेश सचान ने कहा कि इस योजना के माध्यम से परंपरागत उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में लाने के लिए अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा। श्री के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने सभी कारीगरों के सत्यापन की बात की और प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की, जिससे परंपरागत उद्योगों को नया स्वरूप मिलेगा और बेरोजगारी कम होगी।

मंत्री जी ने प्रदर्शनी में 25 जिलों के 18 ट्रेडों के कारीगरों द्वारा निर्मित कला और उत्पादों का निरीक्षण किया और उन्हें आश्वस्त किया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ जल्द ही कारीगरों तक पहुंचाए जाएंगे।

प्रदर्शनी में एनएसआईसी (NSIC), केवीआईसी (KVIC) और एफएफडीसी (FFDC) ने अपने उत्पाद और कला का प्रदर्शन किया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), एसएलबीसी (SLBC) और सीएससी (CSC) ने भी अपने स्टाल लगाए और संबंधित अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विश्वकर्मा कारीगरों से संबंधित एसोसिएशन के पदाधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।