वायनाड भूस्खलन: केंद्र ने २३ जुलाई को केरल को अग्रिम चेतावनी भेजी, राज्यसभा में अमित शाह ने कहा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में वायनाड भूस्खलन त्रासदी पर बोलते हुए कहा कि केरल सरकार को वायनाड में संभावित प्राकृतिक आपदा के संबंध में २३ जुलाई की शुरुआत में चेतावनी दी गई थी। गृह मंत्री ने कहा कि केरल सरकार ने पूर्व चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की बटालियनों के आने से भी सतर्क नहीं हुई। उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि मोदी सरकार त्रासदी के इस क्षण में केरल सरकार और राज्य के लोगों के साथ एक “चट्टान” की तरह खड़ी थी। शाह ने केंद्र सरकार से सभी मदद का वादा भी किया।
उन्होंने कहा, “23 जुलाई को ही नौ एनडीआरएफ बटालियनें भेजी गईं और 30 जुलाई को तीन और बटालियनें भेजी गईं।” उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा और गुजरात सहित कई राज्यों ने चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए केंद्र द्वारा प्रदान की गई प्रारंभिक चेतावनियों का इस्तेमाल किया। उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा और गुजरात सहित कई राज्यों ने चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए केंद्र द्वारा प्रदान की गई प्रारंभिक चेतावनियों का उपयोग किया।
उन्होंने कहा, अगर एनडीआरएफ की टीमें वहां उतरते ही केरल सरकार ने खुद को सतर्क कर लिया होता और कार्रवाई की होती, तो नुकसान को कम किया जा सकता था। इस बीच, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सदन को सूचित किया कि 133 शव अब तक बरामद किया जा चुका है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।