भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं संजय जोशी

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नई दिल्ली| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की संभावना तेजी से उभर रही है, और संजय जोशी का नाम इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। हाल ही में उनकी सुरक्षा में वृद्धि देखी गई है, और विभिन्न मंत्रियों के साथ उनकी लगातार हो रही बैठकों ने राजनीतिक गलियारों में इस संभावना को बल दिया है कि वे जल्द ही पार्टी का नेतृत्व संभाल सकते हैं।संजय जोशी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में जोशी ने भाजपा के कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात की है। इससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी और संघ के भीतर उन्हें समर्थन मिल रहा है, और उनकी भूमिका आने वाले समय में और अधिक महत्वपूर्ण हो सकती है। इसके साथ ही, उनके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था में भी सख्ती की गई है, जो संभावित बड़े बदलाव की ओर इशारा करती है।

हाल ही में केरल के पलक्कड़ में RSS की महत्वपूर्ण समन्वय बैठक संपन्न हुई, जिसमें भाजपा के नए अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा की गई। भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस का नाम प्रस्तावित किया, लेकिन संघ का झुकाव संजय जोशी की ओर दिखाई दिया। हालांकि, अंतिम निर्णय हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणामों के बाद लिया जाएगा। इन दोनों राज्यों में आज, 5 अक्टूबर को वोटों की गिनती हो रही है, जिससे अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो सकती है।

यदि किसी कारण से संजय जोशी अध्यक्ष नहीं बनते, तो पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम भी सामने आ सकते हैं। इनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विनोद तावड़े, और सुनील बंसल प्रमुख हैं। इन सभी नेताओं का संघ के साथ गहरा संबंध है और वे संगठनात्मक जिम्मेदारियों में माहिर माने जाते हैं। पार्टी इन पर भी विचार कर सकती है, खासकर 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर संशय अभी भी बरकरार है, लेकिन संजय जोशी का नाम फिलहाल सबसे प्रमुख है। अब सभी की निगाहें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणामों पर हैं, जो इस संभावित राजनीतिक बदलाव की दिशा तय करेंगे।