दिल्ली-NCR में कई सेकेंड तक हिलती रही धरती, भूकंप के तेज झटकों से फैली दहशत

Earthquake: दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के कई अन्य बड़े हिस्सों में एक भूकंप महसूस किया गया है। इस भूकंप ने लोगों में चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासियों ने अचानक आए भूकंप के दौरान अपने घरों से बाहर निकल गए। सुबह 9.04 बजे, कुछ सेकंड के लिए महसूस किए गए झटकों ने लोगों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया। यह भूकंप रिक्टर स्केल पर 4.1 की तीव्रता के साथ मापा गया। इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों को प्रभावित किया, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी इसकी हलचल महसूस की गई।
घरों और दफ़्तरों से बाहर भागे लोग
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह 9:04 बजे भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत कई इलाकों में यह झटके साफ महसूस किए गए। धरती हिलते ही लोग डर के मारे अपने घरों और दफ्तरों से बाहर भागे। कई जगहों पर लोग खुले मैदानों या सड़कों पर जमा हो गए। भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर में था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई, जो मध्यम मानी जाती है, लेकिन फिर भी इसका असर लोगों के लिए भयावह रहा। भूकंप के झटके कुछ सेकंड तक महसूस किए गए।
प्रशासन अलर्ट
कई इमारतों में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद, एहतियात के तौर पर लोग लिफ्ट का इस्तेमाल किए बिना ही सीढ़ियों से नीचे उतरते नज़र आए। स्कूल, कॉलेज और दफ़्तरों में मौजूद लोग भी अचानक आए इन झटकों से घबरा गए और बाहर निकल आए। हालाँकि अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, फिर भी प्रशासन स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर भूकंप संभावित क्षेत्र (Seismic Zone) में आता है, इसलिए यहाँ समय-समय पर हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं। फिर भी, जब भी धरती हिलती है, लोगों में दहशत फैल जाती है।
बारिश का भी कहर जारी
भूकंप से पहले राजधानी दिल्ली में बारिश ने तबाही मचा रखी है। कई इलाकों में सड़कों पर जलभराव हो गया है। भारी बारिश की वजह से युमना नदी भी ऊफान पर है। इस भूकंप ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।