टाटा मोटर्स CV के शेयर की लिस्टिंग 28% प्रीमियम के साथ ₹335 प्रति शेयर पर हुई
टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल के शेयर एनएसई पर ₹335 प्रति शेयर और बीएसई पर ₹330.25 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए। टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल के शेयर लिस्टिंग, टाटा मोटर्स के डिमर्जर के बाद हुई है, जो 1 अक्टूबर से प्रभावी हुआ है।
टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल के शेयर एनएसई पर ₹335 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो इसके ₹260.75 प्रति शेयर के निहित मूल्य से 28.48% अधिक है। बीएसई पर, टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल के शेयर ₹330.25 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो इसके पूर्व मूल्य ₹261.90 प्रति शेयर से 26.09% अधिक है।
₹2 फेस वैल्यू वाले 368 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयरों को ‘टी’ सिक्योरिटीज ग्रुप में टिकर सिंबल ‘टीएमसीवीएल’ के तहत ट्रेडिंग के लिए स्वीकार किया गया। बीएसई की एक सूचना के अनुसार, सुचारू मूल्य निर्धारण प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए शेयर पहले 10 सत्रों तक ट्रेड-फॉर-ट्रेड सेगमेंट में रहेंगे।
डीमर्जर के बाद क्या बदलाव हुए?
डीमर्जर के बाद, कमर्शियल व्हीकल्स (CV) का व्यवसाय अब “टाटा मोटर्स” कहलाएगा। वहीं, पैसेंजर व्हीकल्स (PV), इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और जगुआर लैंड रोवर (JLR) का व्यवसाय “टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड (TMPV)” के अंतर्गत आएगा, जो पहले से ही अलग से लिस्टेड है।
लिस्टिंग और ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी
कंपनी के 368 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर (हर शेयर की फेस वल्यू 2 रुपये) बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे। कीमतों की सही खोज सुनिश्चित करने के लिए, पहले 10 ट्रेडिंग सेशन के लिए इस स्टॉक को ‘ट्रेड-फॉर-ट्रेड’ सेगमेंट में रखा गया है, जहां शेयरों की डिलीवरी अनिवार्य होती है।
शेयर के दाम को लेकर क्या हैं अनुमान?
विश्लेषकों को टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयरों की शुरुआत मजबूत होने की उम्मीद है और उनका लिस्टिंग प्राइस 260 रुपये के आधार मूल्य से ऊपर रहने का अनुमान है।

बोनांजा के अभिनव तिवारी का मानना है कि शेयर 320 से 470 रुपये के बीच लिस्ट हो सकता है और शुरुआत में कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे को लिस्टिंग 300 से 350 रुपये के दायरे में होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अगर टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (399 रुपये) और कमर्शियल व्हीकल्स (300-350 रुपये) के मूल्य को जोड़ा जाए, तो कुल मूल्य 699 से 749 रुपये प्रति शेयर बनता है। इससे साफ है कि डीमर्जर से शेयरधारकों को फायदा हुआ है।
टाटा मोटर्स ने बिजनेस को क्यों अलग किया?
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि टाटा मोटर्स का यह कदम एक रणनीतिक कदम है। इससे शेयरधारकों के मूल्य में वृद्धि होगी और दोनों कंपनियां अब अपने-अपने बिजनेस पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पाएंगी।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

