रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस 2024 पैरालिंपिक में कांस्य पदक के साथ इतिहास रचा
भारतीय पैरा-शूटर रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस २०२४ पैरालिंपिक में महिलाओं की १० मीटर एयर पिस्टल एसएच १ स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है, जो ऊपरी और/या निचले अंगों की हानि वाले एथलीटों के लिए है, जो बिना किसी कठिनाई के अपनी बंदूक पकड़ सकते हैं और खड़े या बैठे स्थिति से गोली मार सकते हैं। रुबीना ने २११.१ के उल्लेखनीय स्कोर के साथ न केवल कांस्य पदक जीता बल्कि पैरालंपिक में पिस्टल वर्ग में पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज भी बन गईं। उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन भारतीय पैरा-शूटिंग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण को प्रदर्शित करता है। यह उपलब्धि भारतीय खेल इतिहास में एक नए अध्याय को उजागर करती है, जिसमें रुबीना की अभूतपूर्व सफलता और भविष्य के एथलीटों के लिए एक पथप्रदर्शक के रूप में उनकी भूमिका का जश्न मनाया जाता है। रुबीना फ्रांसिस की पेरिस २०२४ पैरालिंपिक में असाधारण उपलब्धि, पिस्टल शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनना, भारतीय पैरा-स्पोर्ट्स के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। महिलाओं की १० मीटर एयर पिस्टल एसएच१ स्पर्धा में उनका कांस्य पदक न केवल उनकी अपार प्रतिभा और समर्पण को रेखांकित करता है बल्कि चुनौतियों पर काबू पाने में अटूट दृढ़ता के परिवर्तनकारी प्रभाव को भी रेखांकित करता है। रुबीना के शुरुआती संघर्षों से लेकर वैश्विक मंच पर उनके विजयी प्रदर्शन तक की यात्रा, उनके लचीलेपन और सरकार से मिले प्रभावी समर्थन का प्रमाण है। उनकी सफलता न केवल एक व्यक्तिगत जीत का जश्न मनाती है, बल्कि भारत में पैरा-एथलीटों की भावी पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है, जो खेल उत्कृष्टता प्राप्त करने में मजबूत समर्थन प्रणालियों और दृढ़ संकल्प की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।