प्रधानमंत्री जन धन योजना: गरीबों के लिए वित्तीय समावेशन का नया युग, पीएम मोदी ने साझा किया लेख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए एक लेख साझा किया, जिसमें बताया गया कि इस योजना ने देश के सबसे गरीब लोगों के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को क्रांतिकारी रूप से बदल दिया है। पीएम ने कहा कि PMJDY ने बैंकों और बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों के बीच की खाई को पाटा है, जिससे सम्मान, आत्मनिर्भरता और आर्थिक समावेशन को बढ़ावा मिला है।
X पर PMO का पोस्ट

इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक पोस्ट में, PMO India ने लिखा: “प्रधानमंत्री जन धन योजना ने सबसे गरीब लोगों के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुंच को बदल दिया है। इसने बैंकों और बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों के बीच की खाई को पाट दिया है और सम्मान, आत्मनिर्भरता और आर्थिक समावेशन को बढ़ावा दिया है। @Himani_Sood_ का यह ज्ञानवर्धक लेख ज़रूर पढ़ें।”
बता दें प्रधानमंत्री जन धन योजना को लेकर यह लेख PMJDY की 11वीं वर्षगांठ के मौके पर आया है, जो योजना की निरंतर सफलता और इसके सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को रेखांकित करता है।
PMJDY की उपलब्धियां
गौरतलब हो, वर्ष 2014 में शुरू की गई ‘प्रधानमंत्री जन धन योजना’ ने भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना के तहत अब तक 55.90 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण और वंचित समुदायों के लोगों के हैं। योजना ने शून्य शेष खातों, मुफ्त डेबिट कार्ड, बीमा और ओवरड्राफ्ट सुविधाओं के माध्यम से गरीबों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा है।
आर्थिक सशक्तिकरण का आधार
PMJDY ने विशेष रूप से महिलाओं, छोटे किसानों और मजदूरों को वित्तीय सेवाओं तक पहुँच प्रदान कर उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ाया है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंचने से पारदर्शिता और दक्षता में सुधार हुआ है।
विपक्ष के सवालों का जवाब
विपक्ष द्वारा PMJDY खातों में कम लेन-देन और निष्क्रिय खातों के आरोपों का जवाब देते हुए, सरकार ने यह साबित कर दिया कि योजना ने न केवल बैंकिंग पहुंच बढ़ाई बल्कि डिजिटल भुगतान और वित्तीय साक्षरता को भी प्रोत्साहित करके दिखाया है।