ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है – पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल

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नई दिल्ली । पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल (India’s Ambassador in Portugal Punit Roy Kundal) ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है (Operation Sindoor is not over yet)’।

पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल ने भी ‘एक्स’ के माध्यम से लिखा, “दूतावास के बाहर पाकिस्तान की तरफ से आयोजित विरोध प्रदर्शन का जवाब हमारी ओर से मौन, लेकिन मजबूत और दृढ़ संदेश के साथ दिया गया, ‘ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है’।” दूतावास के सभी अधिकारियों का दृष्टिकोण यही था। पुर्तगाल स्थित भारतीय दूतावास ने लिस्बन में अपने चांसरी भवन के बाहर पाकिस्तान समर्थित लोगों की तरफ से आयोजित विरोध प्रदर्शन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का मुकाबला करने के अपने संकल्प को दोहराया।

पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन स्थित भारतीय दूतावास के सामने पाकिस्तान समर्थित लोगों की तरफ से किए गए विरोध प्रदर्शन का भारतीय अधिकारियों द्वारा दृढ़तापूर्वक जवाब दिया और कहा कि भारत ऐसे उकसावे से डरने वाला नहीं, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है। भारतीय दूतावास ने अपने ‘एक्स’ पोस्ट में पुर्तगाल सरकार और पुलिस अधिकारियों को बेहतर सुरक्षा व्यवस्था देने के लिए धन्यवाद दिया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीधे तौर पर पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत की सैन्य जवाबी कार्रवाई से जुड़ा है। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह द्वारा किए गए हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने जोरदार जवाब दिया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके क्षेत्र में आतंकी ठिकानों और शिविरों पर सटीक हमले करते हुए उन्हें नष्ट कर दिया था। पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।

पुर्तगाल में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आधारित कूटनीति भारत के उस संदेश को विश्व के सामने प्रदर्शित करती है कि, वह सीमा पार आतंकवाद या धमकी को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वह हिंसक हमले हों या अंतरराष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन। भारतीय अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि राजनयिक मिशन उकसावे के सामने दृढ़ हैं और भारत की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा में एकजुट है।

पुर्तगाली अधिकारियों ने भारतीय दूतावास के आसपास कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित की और विरोध के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने में पूरा सहयोग किया। लिस्बन से मिला दृढ़ संदेश भारत की व्यापक विदेश नीति की दिशा स्पष्ट करता है और वैश्विक मंच पर सैन्य निर्णायकता के साथ कूटनीतिक स्पष्टता को प्रदर्शित करता है।