बाल साहित्य के रंग में रंगेगा लखनऊ पुस्तक मेला

लखनऊ: बहुप्रतीक्षित लखनऊ पुस्तक मेला 1 मार्च से रविन्द्रालय चारबाग लॉन में आयोजित होने जा रहा है। यह नौ दिवसीय साहित्यिक उत्सव इस बार एक नए और रंगीन प्रारूप में प्रस्तुत किया जाएगा, जिसका केंद्रीय विषय ‘बाल साहित्य’ होगा।
निःशुल्क प्रवेश के साथ, यह मेला पुस्तक प्रेमियों, लेखकों, प्रकाशकों और छात्रों के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा। इस आयोजन में पुस्तक चर्चाओं के साथ-साथ कवि सम्मेलनों, आध्यात्मिक और नाट्य प्रस्तुतियों, नृत्य और संगीत कार्यक्रमों की भरमार होगी, जो ज्ञान और मनोरंजन का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।
बाल साहित्य पर विशेष जोर
इस वर्ष का पुस्तक मेला बाल साहित्य को विशेष रूप से बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। बच्चों और युवाओं में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करने के लिए कहानी सुनाने के सत्र, पुस्तक पठन, लेखकों से संवाद और इंटरैक्टिव कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
बाल साहित्य पुस्तक मेला इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रहेगा, जिसमें विशेष रूप से बच्चों की रुचि के अनुरूप पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। लखनऊ के विभिन्न स्कूल और शिक्षण संस्थान इसमें भाग लेंगे, जिससे छात्रों को उनकी आयु और रुचि के अनुसार पुस्तकें तलाशने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
प्रमुख प्रकाशकों की भागीदारी
इस पुस्तक मेले में 80 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें देशभर के प्रमुख प्रकाशक और वितरक अपनी पुस्तकें प्रदर्शित करेंगे। इसके लिए 15,000 वर्गफुट का वॉटरप्रूफ पंडाल तैयार किया गया है, जहां उच्च तकनीक से छपी शिक्षण सामग्री और विविध विषयों की पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी।
इस मेले में भाग लेने वाले प्रमुख प्रकाशकों में शामिल हैं:
- चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली
- जयको पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली
- शुभी पब्लिकेशन्स, गुरुग्राम
- सस्ता साहित्य मंडल, नई दिल्ली
- पब्लिकेशन डिवीजन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
- हिंद युग्म, नोएडा
- गीता प्रेस, गोरखपुर
- रामकृष्ण मठ, लखनऊ
- यूनिवर्सल बुकस्टोर, दिल्ली
- नवपल्लव बुक प्रा. लि., लखनऊ
- बहुजन साहित्य केंद्र, लखनऊ
- एंजेल बुक हाउस, रायपुर
मेले की मुख्य गतिविधियां
पुस्तक मेले का उद्घाटन 1 मार्च को दोपहर 12:30 बजे होगा, और यह प्रतिदिन सुबह 11 बजे से आधी रात तक चलेगा। इसमें निम्नलिखित प्रमुख आयोजन होंगे:
- लेखक संवाद और पुस्तक विमोचन
- बच्चों के लिए कहानी सुनाने और पढ़ने के सत्र
- कवि सम्मेलन और मुशायरे
- भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम
- नाटक और रंगमंच प्रस्तुतियां
- महिला दिवस पर विशेष कार्यक्रम (8 मार्च)
इसके अलावा, एक पुस्तक क्लब भी स्थापित किया जाएगा, जहां पुस्तक प्रेमी आपस में चर्चा कर सकेंगे और नई किताबों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, स्थानीय लेखकों को अपनी किताबें प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक विशेष स्टॉल भी प्रदान किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक पहल
पृथ्वी इनोवेशन के सहयोग से मेले के दौरान एक स्थिरता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें कचरे के पुनर्चक्रण, पर्यावरण-अनुकूल पुस्तक उत्पादन और पॉलीथिन के उपयोग को हतोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा। पुस्तक मेले के माध्यम से पर्यावरण-अनुकूल पढ़ने की आदतों को बढ़ावा देने की पहल की जाएगी।
छूट और सुविधाएं
पुस्तक प्रेमियों को प्रोत्साहित करने के लिए मेले में पुस्तकों पर न्यूनतम 10% की छूट दी जाएगी। उचित पार्किंग व्यवस्था के साथ, मेले को एक सुखद अनुभव बनाने के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस आयोजन का संयोजन फोर्स वन बुक्स द्वारा किया जा रहा है और इसमें यूपीएमआरसी लखनऊ, फ्यूचर बुक्स, रेडियो सिटी, विजय स्टूडियोज, जॉइन हैंड्स फाउंडेशन और विश्वाम फाउंडेशन जैसी प्रमुख साहित्यिक और सामाजिक संस्थाएं सहयोग कर रही हैं।
साहित्य और संस्कृति का भव्य उत्सव
हाल ही में दिल्ली विश्व पुस्तक मेले की शानदार सफलता के बाद, लखनऊ पुस्तक मेले से भी जबरदस्त उत्साह की उम्मीद की जा रही है। यह आयोजन उत्तर भारत के सबसे बड़े साहित्यिक आयोजनों में से एक होने जा रहा है, जहां पाठक, लेखक और प्रकाशक एक साथ आकर पुस्तकों और कहानी कहने की शक्ति का जश्न मनाएंगे।
तो, 1 से 9 मार्च 2025 के बीच लखनऊ पुस्तक मेले में जरूर शामिल हों और पुस्तकों की इस अनोखी दुनिया का आनंद उठाएं!