साउथ के जाने-माने एक्टर कोटा श्रीनिवास राव नहीं रहे, 83 की उम्र में निधन

Kota Srinivasa Rao Death: दक्षिण भारतीय सिनेमा को एक गहरा झटका लगा है। 83 वर्षीय वरिष्ठ अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का निधन हो गया है। उन्होंने चार दशकों से भी अधिक समय तक अपने बहुआयामी अभिनय से न केवल तेलुगु, बल्कि तमिल, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम सिनेमा में अपनी गहरी छाप छोड़ी। कोटा श्रीनिवास राव का करियर 1978 में फिल्म प्राणम खरीदू से शुरू हुआ था।
कोटा श्रीनिवास राव ने 750 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिनमें उन्होंने खलनायक, सहायक और हास्य भूमिकाओं को पूरी जीवंतता के साथ निभाया। उनका अभिनय गहराई, संजीदगी और सहजता का अद्वितीय संगम था। उन्हें 9 बार नंदी पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 2015 में पद्म श्री से भी नवाजा गया। कोटा राव की अंतिम दिनों की एक तस्वीर हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें वे कमजोर और बीमार नजर आ रहे थे।

श्रीनिवास राव के पैरों में चोट के निशान थे, जिससे उनके प्रशंसकों में चिंता फैल गई थी। उनका यह स्वास्थ्य संघर्ष अंततः उनके निधन में बदल गया, जिससे उनके चाहने वालों को बड़ा झटका लगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि उनकी भूमिकाएं अमर रहेंगी। यह तेलुगु सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है।

टॉलीवुड मेगास्टार चिरंजीवी ने एक्स पर अपने लंबे पोस्ट में राव को कई प्रतिभाओं का धनी कहा है। उनके शानदार करियर को याद करते हुए, उन्होंने उनकी स्क्रीन उपस्थिति की तारीफ की है। चिरंजीवी ने कहा है वह अपने पीछे एक शून्य छोड़ गए हैं। रवि तेजा ने कोटा श्रीनिवास राव को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने राव के निधन पर गहरा दुःख जताया। उन्होंने बताया कि उनके करियर पर राव का प्रभाव था।
कोटा राव सिर्फ कलाकार ही नहीं बल्कि जनसेवक भी थे। वे 1999 से 2004 तक विजयवाड़ा ईस्ट से विधायक भी रहे। उनकी प्रमुख फिल्मों में दम्मू, सन ऑफ सत्यमूर्ति, डेंजरस खिलाड़ी और भद्र जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं। उन्होंने जिस सहजता से विभिन्न किरदारों को जिया, वो उन्हें अभिनय की दुनिया में अद्वितीय बनाता है। उनका निधन एक युग का अंत है। कोटा श्रीनिवास राव अपने अभिनय और सार्वजनिक सेवा दोनों के माध्यम से हमेशा याद किए जाएंगे।