बुलेट ट्रेन का इंतजार खत्म! जानें कब से चलेगी भारत की पहली हाई-स्पीड रेल

नई दिल्ली: भारत का पहला बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अब रफ्तार पकड़ रहा है! रेलवे के सूत्रों की मानें तो अगले साल यानी 2026 के अंत तक गुजरात में बुलेट ट्रेन का ट्रायल शुरू हो जाएगा. इसके लिए जापान से खास शिंकानसेन ट्रेनें भारत लाई जाएंगी. भारत और जापान की दोस्ती और रणनीतिक साझेदारी के तहत जापान सरकार ने इस कॉरिडोर के लिए अपनी नई पीढ़ी की E10 शिंकानसेन ट्रेनें देने का फैसला किया है. ये ट्रेनें न सिर्फ तेज रफ्तार की होंगी, बल्कि सुरक्षा और तकनीक के मामले में भी दुनिया में अव्वल मानी जाती हैं. 508 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर में से 50 किलोमीटर के हिस्से पर सबसे पहले ट्रायल होगा. यानी, भारत में बुलेट ट्रेन का सपना अब हकीकत की ओर बढ़ रहा है.
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर की रफ्तार
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का काम जोर-शोर से चल रहा है. रेलवे का कहना है कि ये प्रोजेक्ट अपनी तय समयसीमा के हिसाब से आगे बढ़ रहा है. 508 किलोमीटर लंबा ये कॉरिडोर जापान की मशहूर शिंकानसेन तकनीक से बनाया जा रहा है, जो रेलवे के लिए नए मानक तय करेगा. इस ट्रैक पर ट्रेनें न सिर्फ तेज दौड़ेंगी, बल्कि यात्रियों को सुरक्षा और आराम का भी शानदार अनुभव मिलेगा. रेल मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को और गति देने के लिए कई वैकल्पिक रूट्स पर भी काम शुरू कर दिया है, ताकि भविष्य में देश के और हिस्सों में बुलेट ट्रेन की सैर हो सके.

और कौन से रूट्स पर होगी बुलेट ट्रेन?
रेलवे सिर्फ मुंबई-अहमदाबाद तक सीमित नहीं रहना चाहता. रेल मंत्रालय ने कई और रूट्स पर फिजिबिलिटी स्टडी शुरू कर दी है. इनमें दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-बनारस, बनारस-कोलकाता, मैसूर-चेन्नई, मुंबई-नासिक, मुंबई-नागपुर और दिल्ली-अहमदाबाद जैसे रूट शामिल हैं. यानी आने वाले सालों में देश के कई बड़े शहर बुलेट ट्रेन की रफ्तार से जुड़ सकते हैं. इन रूट्स पर स्टडी का मतलब है कि रेलवे बुलेट ट्रेन के नेटवर्क को पूरे देश में फैलाने की तैयारी में है. अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो जल्द ही भारत में हाई-स्पीड रेल का नया दौर शुरू हो सकता है.
कितनी तेज दौड़ेगी बुलेट ट्रेन?
बुलेट ट्रेन की रफ्तार की बात करें तो रेलवे ने इसके लिए दो तरह के पैमाने तय किए हैं. इस ट्रेन की ऑपरेशनल स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जबकि डिजाइन स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है. यानी ये ट्रेन हवा से बातें करेगी! मुंबई से अहमदाबाद के बीच कुल 12 स्टेशन होंगे. इसमें दो तरह की सर्विस होंगी. पहली, प्रीमियम सर्विस, जो सिर्फ 4 स्टेशनों- मुंबई, सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद पर रुकेगी. ये ट्रेन सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में मुंबई से अहमदाबाद पहुंचा देगी. दूसरी, सामान्य सर्विस, जो सभी 12 स्टेशनों पर रुकेगी और इसे 2 घंटे 58 मिनट लगेंगे. यानी अब घंटों का सफर मिनटों में सिमट जाएगा!

भारत के लिए गेम-चेंजर
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन न सिर्फ यात्रा के समय को कम करेगी, बल्कि ये भारत के रेलवे सिस्टम को भी नया आयाम देगी. जापान की शिंकानसेन तकनीक के साथ ये ट्रेनें पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होंगी, क्योंकि ये कम प्रदूषण फैलाएंगी और ऊर्जा की खपत भी कम करेंगी. इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट से हजारों नौकरियां पैदा होंगी और दोनों शहरों के बीच व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. रेलवे का कहना है कि ये प्रोजेक्ट भारत को हाई-स्पीड रेल के क्षेत्र में दुनिया के टॉप देशों की लिस्ट में ला खड़ा करेगा.