भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में वैश्विक निवेशकों का बढ़ता भरोसा

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दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल भारत अब अपनी दूसरी इन्फ्रास्ट्रक्चर लहर में प्रवेश कर चुका है। इसी कारण वैश्विक निवेशक देश में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं।

भारत में निवेश का माहौल बेहद सकारात्मक

भारत में निवेश का माहौल बेहद सकारात्मक है, क्योंकि देश की दीर्घकालिक वृद्धि मजबूत है, नीतियां स्पष्ट हैं और सरकार ने कई क्षेत्रों में निवेश के लिए व्यापक अवसर उपलब्ध कराए हैं। इनमें परिवहन, ऊर्जा, डिजिटल सेक्टर और नई पीढ़ी के उद्योग शामिल हैं। यह जानकारी ग्रीक सिटी टाइम्स न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित एक लेख में दी गई है।

भारत का इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र वैश्विक निवेशकों के लिए और भी आकर्षक

वित्त वर्ष 2025-26 के बाद भारत का इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र वैश्विक निवेशकों के लिए और भी आकर्षक बनने की उम्मीद है। इससे भारत न केवल एक बेहतर निवेश स्थल के रूप में उभर सकता है, बल्कि वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में भी अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है।

बाजार की अपेक्षाओं से बेहतर प्रदर्शन

भारत का इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पिछले तीन वर्षों से लगातार बाजार की अपेक्षाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। निफ्टी इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स ने पिछले तीन वर्षों में 82.8% और पांच वर्षों में 181.2% का रिटर्न दिया है, जो निफ्टी 50 के मुकाबले काफी अधिक है। यह वृद्धि केवल सामान्य उछाल नहीं, बल्कि एक बुनियादी बदलाव का संकेत है, जिसे निवेशक वित्त वर्ष 2026 से 2030 तक की लंबी अवधि के विकास की शुरुआत मान रहे हैं।

ईपीसी कंपनियों, डेवलपर्स, वित्तीय संस्थानों और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए बेहतरीन अवसर

देश में एक्सप्रेसवे, पावर कॉरिडोर, लॉजिस्टिक्स हब और एयरपोर्ट विस्तार जैसे बड़े प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इन योजनाओं से ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कॉन्ट्रैक्ट) कंपनियों, डेवलपर्स, वित्तीय संस्थानों और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए मजबूत अवसर बन रहे हैं।

एक्सप्रेसवे नेटवर्क का भी तेजी से विस्तार

भारत के सड़क, विमानन और समुद्री क्षेत्रों में तेज गति से विकास हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्गों का 1,46,000 किलोमीटर लंबा नेटवर्क लगातार बढ़ रहा है और हर साल 10,000 से 11,000 किलोमीटर नए मार्ग बनाए जा रहे हैं। भारतमाला परियोजना और एक्सप्रेसवे नेटवर्क भी तेजी से विस्तार कर रहे हैं।

भारत दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते विमानन बाजारों में शामिल

भारत दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते विमानन बाजारों में शामिल हो गया है। देश में सक्रिय हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर 163 हो गई है और यात्रियों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है। सरकार ने 350-400 नए हवाई अड्डों के विकास की योजना बनाई है, जिससे विमानन क्षेत्र का विस्तार और तेज होगा।