उत्तर प्रदेश को कृषि अवसंरचना निधि में उत्कृष्टता पुरस्कार

लखनऊ| उत्तर प्रदेश में कृषि अवसंरचना के विकास और फसलोपरांत हानियों को कम करने के लिए अगस्त 2020 में प्रारंभ की गई कृषि अवसंरचना निधि (AIF) योजना के तहत उल्लेखनीय प्रगति की है। इस योजना के तहत 2 करोड़ रुपये तक के ऋण पर भारत सरकार द्वारा 3 प्रतिशत ब्याज उपादान और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अतिरिक्त 3 प्रतिशत ब्याज उपादान प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में आवश्यक अवस्थापना का विकास करना और किसानों की आय में वृद्धि करना है।
अब तक, उत्तर प्रदेश के 977 लाभार्थियों को कृषि अवसंरचना निधि (AIF) के तहत 550.00 लाख रुपये (पांच करोड़ पचास लाख रुपये) की राशि के रूप में अतिरिक्त 3 प्रतिशत ब्याज उपादान प्रदान किया जा चुका है। इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे.पी.एस. राठौर और प्रमुख सचिव, सहकारिता, उत्तर प्रदेश शासन श्री राजेश कुमार सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
प्रदेश में कुल 5753 प्रोजेक्ट्स के लिए 4630.83 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया है, जिसमें से 5217 लाभार्थियों को 2593.64 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया जा चुका है। इस उपलब्धि के साथ, उत्तर प्रदेश ने धनराशि के अनुसार देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
कृषि अवस्थापना निधि योजना के तहत स्थापित प्रोजेक्ट्स की जियो-टैगिंग में उत्तर प्रदेश देश भर में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा, आज दिनांक 3 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित एआईएफ उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में उत्तर प्रदेश को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए देश में तीसरा स्थान और 2023-24 के लिए दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर, माननीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश के अपर आयुक्त और अपर निबंधक (बैंकिंग/AIF) सहकारिता श्री अनिल कुमार सिंह और अपर जिला सहकारी अधिकारी श्रीमती अर्चना राय को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।