AI से आपकी इनकम इस तरह हो सकती है डबल, बुढ़ापे में भी भरी रहेगी जेब
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ काम आसान नहीं बना रहा, बल्कि बुजुर्गों की जेब भी भरने वाला है। फोर्ब्स की नई रिपोर्ट के अनुसार, एआई से बढ़ती दुनिया की उत्पादकता और कंपनियों का मुनाफा आने वाले वर्षों में रिटायरमेंट इनकम को दोगुना कर सकता है। जैसे एआई से शेयर मार्केट और निवेश रिटर्न में तेजी आएगी, वैसे ही सेवानिवृत्त लोगों की आमदनी में भी बढ़ोतरी हो जाएगी। इसमें कम जोखिम भी रहेगा।
रिपोर्ट में वित्तीय सलाहकार विलियम बेन्गन का उदाहरण दिया गया है। उन्होंने साल 1994 में कहा था कि जो लोग रिटायर होंगे वे अपनी बचत का 4% हर साल निकाल सकते हैं। इससे उनका पैसा जल्दी खत्म नहीं होगा, लेकिन अब यह नियम बहुत पुराना और सतर्क माना जा रहा है। नए शोध और बाजार की बढ़त को देखकर बेन्गन ने खुद कहा कि अब लोग इससे ज्यादा पैसा सुरक्षित रूप से निकाल सकते हैं। इसलिए लोग अब रिटायरमेंट की सोचकर अपनी बचत से 8% या उससे ज्यादा रकम हर साल निकाल सकते हैं।
एडीएक्स फंड का उदाहरण
रिपोर्ट में एडम्स डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड (एडीएक्स) का उदाहरण दिया गया है। यह एक बंद-अंत निधि(सीईएफ) है। इसमें बड़ी टेक कंपनियों निविदा, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, बैंक ऑफ अमेरिका आदि निवेश करते हैं। पिछले 30 सालों में इस फंड का प्रदर्शन औसतन 11.4% सालाना रिटर्न मिला। इससे आप आराम से 8% तक सालाना निकाल सकते थे।

इस बीच आपकी बचत भी बढ़ी। अगर आपने 30 साल पहले इस फंड में निवेश किया होता तो हर साल आपको लगातार आय मिलती रहती। आपका मूल निवेश भी काफी बढ़ जाता और एआई की वजह से आगे और ज्यादा कमाई की संभावना है।
एआई से आपकी आय इस तरह हो सकती है दोगुनी
- बढ़ेगी कंपनियों की कमाई : एआई से काम की गति और दक्षता कई गुना बढ़ रही है। कंपनियां अब कम कर्मचारियों और कम लागत में ज्यादा उत्पादन कर पा रही हैं। इससे कंपनियों का मुनाफा बढ़ता है तो शेयरों की कीमतें बढ़ती हैं और निवेशकों की आय बढ़ जाती है। जो लोग रिटायरमेंट फंड को शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में लगाते हैं, उन्हें पहले से कहीं ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
- निकासी दर बढ़ सकती है : पहले कहा जाता था कि रिटायरमेंट के लिए हर साल अपनी बचत का सिर्फ 4% निकालो, ताकि पैसा खत्म न हो। लेकिन अब एआई की वजह से बाजार रिटर्न ज्यादा होगा, इसलिए लोग सुरक्षित रूप से 8% तक निकाल सकते हैं और फिर भी पैसा खत्म नहीं होगा। वही पैसा अब दोगुनी नियमित आय दे सकता है।
- निवेश फंड देंगे ज्यादा नियमित आय : अब ऐसे कई एआई-ड्रिवन फंड्स या इक्विटी फंड्स हैं जो बड़ी टेक कंपनियों जैसे माइक्रोसॉफ्ट, निविदा, एप्पल आदि में निवेश करते हैं। ये कंपनियां एआई से सबसे ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं, इसलिए इन फंड्स के डिविडेंड यानी नियमित भुगतान भी बढ़ रहे हैं।
- खर्च और योजना में भी मददगार : एआई अब सिर्फ निवेश बढ़ाने में नहीं, बल्कि खर्च और योजना में भी मदद कर रहा है। एआई ऐप्स या रोबो एडवाइजर्स आपकी बचत, खर्च और निवेश को ट्रैक करके बताते हैं कि किस फंड या शेयर में निवेश करने से ज्यादा स्थिर आय मिलेगी। इससे नुकसान का जोखिम घटता है और रिटायरमेंट के बाद की आमदनी सुरक्षित और स्थिर रहती है।
- अर्थव्यवस्था को स्थिर और मजबूत बनाना : जब एआई से कामकाज सस्ता और तेज होता है तो कंपनियां रोजगार और उत्पादन बढ़ाती हैं। इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। मुद्रास्फीति नियंत्रित रहती है और निवेश का वास्तविक मूल्य बचा रहता है।

