₹119000 के नीचे आया 10 ग्राम सोने का भाव, फेड के फैसले से हिल गया गोल्ड मार्केट

gold_price_today_1761797409041_1

Gold Price Today: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा के बाद भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने की कीमतें तेज़ी से नीचे खुलीं। चांदी के भाव में भी गिरावट आई और वह एक प्रतिशत से अधिक नीचे चली गई। एमसीएक्स पर सोने का भाव अपने पिछले बंद भाव 1,20,666 रुपये प्रति 10 ग्राम की तुलना में 1.42% नीचे गिरकर 1,18,955 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। चांदी का दाम 1,46,081 रुपये प्रति किलोग्राम के मुकाबले 0.88% घटकर 1,44800 रुपये प्रति किलोग्राम पर है।

सुबह 9:20 बजे के आसपास एमसीएक्स पर सोना 1,827 रुपये या 1.51% गिरकर 1,18,839 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हो रहा था, जबकि चांदी 1,411 रुपये या 0.97% टूटकर 1,44,670 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी से थोड़ी सहारा
वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में मामूली बढ़त दर्ज हुई, क्योंकि डॉलर में हल्की गिरावट आई। निवेशक यह देखने की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच व्यापार समझौता पक्का होता है या नहीं।

स्पॉट गोल्ड 0.2% बढ़कर 3,937.88 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि दिसंबर डिलीवरी वाले अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 1.2% गिरकर 3,950.70 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुए।

डॉलर इंडेक्स 0.2% नीचे आया, जिसने सोने को अन्य मुद्राओं में खरीदने वालों के लिए थोड़ा सस्ता बना दिया।

फेड की दरों में कटौती और बाजार का रिएक्शन
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की, जो इस साल की दूसरी कमी है। इससे प्रमुख ओवरनाइट ब्याज दर अब 3.75% से 4.00% के बीच हो गई है।

फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि अधिकारी इस बात को लेकर सहमति बनाने में संघर्ष कर रहे हैं कि आगे की नीतिगत दिशा क्या होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाजारों को यह मान लेना चाहिए कि वर्ष के अंत तक एक और दर कटौती जरूरी नहीं होगी।

निवेशकों की निगाहें व्यापार वार्ता और ट्रेंड पर
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के अनुसार, सोने की कीमतें हालिया गिरावट के आसपास टिककर रही हैं और तीन सप्ताह के निचले स्तर के करीब हैं। निवेशकों ने अमेरिकी दर कटौती की उम्मीदों को कुछ कम किया है। अब बाजार वर्ष के अंत तक एक और दर कटौती की संभावना को 70% से भी कम आंक रहे हैं, जो एफओएमसी निर्णय से पहले लगभग पक्की मानी जा रही थी।

बाजार की नजर अब अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता पर है, जहां ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच समझौता होने की उम्मीद है। इससे लंबे चले विवाद में ठहराव आ सकता है और निवेशकों की सुरक्षित संपत्ति (सेफ-हेवन) की मांग कुछ कम हो सकती है।

आगे क्या जारी रहेगी गिरावट
हालांकि, समग्र रूप से देखा जाए तो सोने की कीमतें अक्टूबर महीने में बढ़त दर्ज करने की राह पर हैं और इस साल अब तक लगभग 50% तक ऊपर हैं। त्रिवेदी का कहना है कि दिसंबर डिलीवरी वाले एमसीएक्स गोल्ड की कीमतें अंतरराष्ट्रीय भाव के अनुरूप कमजोर बनी रह सकती हैं और 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर तुरंत समर्थन (सपोर्ट) के रूप में काम करेगा।