चुनाव आयोग ने मतगणना प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए जारी किया नया निर्देश

नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने गुरुवार को पिछले छह महीनों में अपनी 30वीं बड़ी पहल के रूप में एक नया निर्देश जारी किया है। यह निर्देश खासकर डाक मतपत्रों (Postal Ballots) की गिनती को आसान और तेज़ बनाने के लिए है।
आयोग ने प्रेस नोट में कहा कि इस कदम का उद्देश्य गिनती में होने वाली देरी को कम करना और पूरे देश में एक जैसी और साफ प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। हाल के समय में डाक मतपत्रों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसका कारण है आयोग की नई पहलें, जैसे 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं (PwDs) के लिए घर से मतदान (Home Voting) की सुविधा।
आमतौर पर डाक मतपत्रों की गिनती, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से गिने गए मतों से पहले पूरी हो जाती है। अब इस प्रक्रिया को औपचारिक रूप दिया गया है। नए निर्देश में कहा गया है कि –
“जहाँ डाक मतपत्रों की गिनती हो रही है, वहाँ EVM/VVPAT गिनती का दूसरा आखिरी राउंड तभी शुरू होगा जब तक डाक मतपत्रों की गिनती पूरी तरह समाप्त न हो जाए।”
इसके अलावा आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि –
“जहाँ डाक मतपत्रों की संख्या ज़्यादा है, वहाँ रिटर्निंग ऑफिसर (ROs) यह सुनिश्चित करेंगे कि पर्याप्त टेबल और स्टाफ उपलब्ध हों, ताकि गिनती में कोई देरी न हो और प्रक्रिया और तेज़ हो।”
आयोग ने इस निर्देश को मतगणना प्रक्रिया को और सुव्यवस्थित करने की एक अहम पहल बताया है।
पिछले छह महीनों में चुनाव आयोग ने कुल 29 सुधारात्मक कदम और उठाए हैं। इनमें शामिल हैं:

मतदाताओं के लिए मोबाइल डिपॉजिट सुविधा
808 पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों (RUPPs) की सूची से नाम हटाना
भीड़ कम करने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1,200 मतदाताओं की सीमा
बीएलओ (BLOs) को स्टैंडर्ड फोटो आईडी कार्ड जारी करना
पूरे देश में EROs, DEOs और CEOs स्तर पर 4,719 सर्वदलीय बैठकें
ECINET डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत
नए निर्देश से यह साफ है कि चुनाव आयोग लगातार चुनाव प्रणाली को और पारदर्शी, तेज़ और कुशल बनाने के लिए कदम उठा रहा है।
