पीएम मोदी ‘सेमीकॉन इंडिया-2025’ में सीईओ गोलमेज सम्मेलन में लेंगे हिस्सा, भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाने की प्रतिबद्धता पर जोर

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को ‘सेमीकॉन इंडिया 2025’ के हिस्से के रूप में आयोजित एक उच्च-स्तरीय सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन भारत को सेमीकंडक्टर निर्माण और नवाचार के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगा। इस गोलमेज सम्मेलन में वैश्विक सेमीकंडक्टर कंपनियों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।

सेमीकंडक्टर क्षेत्र की नवीनतम प्रगति, रणनीतिक सहयोग की संभावनाएं और उद्योग के दृष्टिकोण पर होगी चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान सीईओ के साथ सीधे बातचीत करेंगे, जिसमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र की नवीनतम प्रगति, रणनीतिक सहयोग की संभावनाएं और उद्योग के दृष्टिकोण पर चर्चा होगी। कंपनियों के नेता अपनी निवेश योजनाओं, तकनीकी नवाचारों और नीतिगत अपेक्षाओं के बारे में भी जानकारी साझा करेंगे।
यह गोलमेज सम्मेलन 2 से 4 सितंबर तक नई दिल्ली में
यह गोलमेज सम्मेलन 2 से 4 सितंबर तक नई दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2025’ का हिस्सा है, जो भारत में एक लचीला, टिकाऊ और अत्याधुनिक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर केंद्रित है। प्रमुख सत्रों में भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम), सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन, उन्नत पैकेजिंग तकनीकें, बुनियादी ढांचे की तैयारी, अनुसंधान और विकास में नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और राज्य-स्तरीय नीतिगत ढांचे जैसे विषय शामिल होंगे।
भारत की सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक शक्तिशाली देश बनने की आकांक्षा का महत्वपूर्ण क्षण

ज्ञात हो, मंगलवार को सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारत की सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक शक्तिशाली देश बनने की आकांक्षा का महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, एआई, अंतरिक्ष अन्वेषण और स्मार्ट विनिर्माण जैसे क्षेत्रों के लिए अदृश्य इंजन हैं।

2021 में शुरू किया गया भारत सेमीकंडक्टर मिशन
2021 में शुरू भारत सेमीकंडक्टर मिशन 76,000 करोड़ रुपये की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना द्वारा समर्थित है। अब तक दस रणनीतिक सेमीकंडक्टर परियोजनाओं के लिए लगभग 65,000 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई जा चुकी है, जिसमें उच्च-मात्रा निर्माण इकाइयां, सिलिकॉन कार्बाइड (SiC) तकनीकें, उन्नत पैकेजिंग और OSAT सुविधाएं शामिल हैं।
‘सेमीकॉन इंडिया’ जैसी पहलों के जरिए सरकार का लक्ष्य वैश्विक निवेश आकर्षित करना
‘सेमीकॉन इंडिया’ जैसी पहलों के जरिए सरकार का लक्ष्य वैश्विक निवेश आकर्षित करना, नवाचार को बढ़ावा देना और इस रणनीतिक क्षेत्र में आयात पर भारत की निर्भरता को कम करना है।