पीएम मोदी 10 अगस्त को करेंगे येलो लाइन का उद्घाटन, शहर की ये जगहें होंगी कनेक्ट, जाम से मिलेगा छुटकारा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन करेंगे, जो साउथ बेंगलुरु में राष्ट्रीय विद्यालय रोड को पूर्व में बोम्मासंद्रा से जोड़ेगी। 19.15 किलोमीटर लंबे इस स्ट्रेच में कुल 16 स्टेशन होंगे और ये शहर में मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे फेज के विस्तार का हिस्सा है। येलो लाइन के उद्घाटन के साथ ही शहर का मेट्रो नेटवर्क बढ़कर 96.1 किलोमीटर हो जाएगा, जबकि दूसरे चरण का नेटवर्क बढ़कर 53.8 किमी तक पहुंच जाएगा। बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के अनुसार, येलो लाइन पर ट्रेनें सुबह 5 बजे से रात 11 बजे के बीच चलेंगी।

रोजाना 8 लाख लोगों के यात्रा करने की उम्मीद
5057 करोड़ रुपये की लागत से बन रही ये लाइन शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक, सिल्क बोर्ड जंक्शन पर भीड़भाड़ को कम करने में भी अहम भूमिका निभाएगी। येलो लाइन से होसुर रोड कॉरिडोर पर सड़क यातायात का बोझ कम होने की उम्मीद है, जहां बड़ी संख्या में लोग इलेक्ट्रॉनिक सिटी और आसपास के औद्योगिक इलाकों तक पहुंचने के लिए यात्रा करते हैं। इस मेट्रो कॉरिडोर पर रोजाना करीब 8,00,000 यात्रियों के आने-जाने की उम्मीद है। ये रूट घने आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ता है, जिसमें 902 एकड़ का इलेक्ट्रॉनिक सिटी टाउनशिप भी शामिल है, जहां इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो, टेक महिंद्रा और सीमेंस जैसी 300 से ज्यादा कंपनियां स्थित हैं।

हर 25 मिनट में चलेंगी 3 मेट्रो ट्रेन
इंफोसिस और बायोकॉन ने इस कॉरिडोर पर दो स्टेशनों- कोनप्पना अग्रहारा और हेब्बागोडी के निर्माण के लिए फंडिंग की है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये मेट्रो लाइन सिल्क बोर्ड और आउटर रिंग रोड के कुछ हिस्सों में यात्रा के समय को 60 प्रतिशत तक कम कर सकती है, जहां पिछले एक साल में यात्रा का समय काफी बढ़ा है। अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद, येलो लाइन पर हर 25 मिनट में 3 ड्राइवर लेस ट्रेनें चलेंगी।

बेंगलुरु मेट्रो के तीसरे फेज की भी रखी जाएगी आधारशिला
इसी कार्यक्रम में, पीएम मोदी बेंगलुरु मेट्रो के 44.65 किलोमीटर लंबे तीसरे फेज की आधारशिला भी रखेंगे, जिसे ऑरेंज लाइन के नाम से जाना जाता है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का विकास 15,611 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा। बताते चलें कि ऑरेंज लाइन को 2024 के आम चुनाव के बाद मोदी सरकार के पहले 100 दिनों के कार्यकाल के दौरान मंजूरी दी गई थी। इस विस्तार में दो अलग-अलग सेक्शनों में कुल 31 स्टेशन होंगे। इसके 2029 तक पूरा होने की उम्मीद है और ये मगदी रोड से आउटर रिंग रोड तक जाएगी, जहां कई वैश्विक क्षमता केंद्र और मल्टीनेशनल कंपनियों के ऑफिस हैं।