‘कन्नप्पा’ के क्लाइमेक्स पर दर्शक फिदा, विष्णु मांचू की फिल्म को मिली जोरदार शुरुआत

Kannappa

मुंबई। साउथ फिल्म इंडस्ट्री एक से बढ़कर एक मूवी देकर पूरे देश के दर्शकों का दिल जीत लिया है। ये फिल्म इंडस्ट्री अंगद की तरह अपना पांव न सिर्फ साउथ इंडिया में ही जमा कर रखी है। बल्कि नार्थ इंडिया के ऑडिएंस के दिल में पुष्पा, पुष्पा 2 , बाहुबली, RRR ,KGF जैसी बड़ी फिल्में देकर अपनी जगह बना कर रखी है,लेकिन अब देखना ये इंटरस्टेड होगा कि क्या ऑडियंस पुष्पा, बाहुबली KGF जैसा प्यार दे पाएगी।

देखिये कन्नपा को कैसा मिल रहा है पब्लिक सपोर्ट?

एक्टर विष्णु मांचू की फिल्म ‘ कन्नपा ‘ आज सिनेमाघरों में दस्तक दी है। इस फिल्म में विष्णु मांचू के अलांवा अक्षय कुमार और प्रभास भी हैं। फिल्म रिलीज होते ही फैंस के ख़ुशी का ठिकाना नहीं है। इस फिल्म में प्रभास कमियों रोल करके चार चांद लगा दिए हैं और अक्षय कुमार भगवान शिव के किरदार में दिखाई दें रहे हैं। अक्षय कुमार को महादेव के भूमिका में देखकर पब्लिक खूब पसंद कर रही है। फिल्म देखने के बाद ऑडियंस अपना फीडबैक देना शुरू कर दिए हैं।

कन्नपा को देख क्या बोली ऑडियंस?

इस फिल्म को मुकेश कुमार ने डायरेक्ट किया है। फिल्म देखने के बाद फैंस लगतार अपना रिएक्शन दें रहे हैं एक यूजर ने कहा कि’कन्नपा को अगर दूसरे फिल्मों के आधार पर देखा जाए तो ये अच्छी से अच्छी फिल्म के लिस्ट में आती है। मूवी में लास्ट 1 घंटा मस्त है। मूवी के लास्ट 20 मिनट में काफी भनायक है। इसके साथ ही यूजर ने तीनों एक्टर्स की तारीफ किया है। यूजर ने बताया की अक्षय कुमार भगवान के रोल में काफी अच्छे लग रहे हैं। प्रभास ने भी शानदार काम किया है।

दूसरे यूजर ने लिखा कि कन्नपा एक सिनेमाई जीत है। इसकी कहानी ऐसी है जो कि शुरू से आखिरी तक बांधकर रखती है। हर एक्टर ने काफी शानदार वर्क किया है लेकिन विष्णु मांचू अपने अद्भुत कला से लोगों पर छा गए हैं। मैं तो आप सबको यही कहूंगा कि की फिल्म को ज़रूर देखिये इससे काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

वहीं एक यूजर ने लिखाया है कि ‘ मैंने ये मूवी USA में देखी थी। फर्स्ट पार्ट स्लो है लेकिन सेकंड पार्ट एक दम शानदार है। जो की वाकई में देखने के लायक है।

आखिर फिल्म की कहानी क्या है?

फिल्म की कहानी पौराणिक है। इसके विष्णु में कन्नपा रोल किया है को एक आदिवासी शिकारी होते हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि कन्नपा पहले भगवान महादेव को बिलकुल नहीं मानते हैं थे, लेकिन बाद में वो रावण के तरह भगवान शिव के सबसे बड़े भक्त बने।