यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर ग्राम प्रधान तक IIM लखनऊ में सीखेंगे मैनेजमेंट, ये ट्रेनिंग भी

उत्तर प्रदेश में पंचायत जनप्रतिनिधियों को अब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) लखनऊ में मैनेजमेंट का पाठ पढ़ेंगे। यहां जिला पंचायत अध्यक्षों से लेकर ग्राम प्रधानों तक को प्रंबधन सिखाया जाएगा। सोमवार को पंचायती राज विभाग और आईआईएम लखनऊ के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया। जिसके तहत पंचायत जनप्रतिनिधियों को प्रशासनिक, वित्तीय व तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उनकी नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी।

जिला पंचायत अध्यक्षों से लेकर ग्राम प्रधानों तक को चरणबद्ध ढंग से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। जिसके लिए अलग-अलग बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन्हें तमाम चीजें सिखाई जाएंगी। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से संबंधित ज्ञान भी दिया जाएगा। एमओयू कार्यक्रम में पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, प्रमुख सचिव, पंचायती राज अनिल कुमार व आईआईएम लखनऊ की चेयरपर्सन मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रोफेसर मधुमिता चक्रवर्ती भी उपस्थित रहीं।

यूपी सरकार पंचयतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से पंचायत जन प्रतिनिधियों की दक्षता बढ़ेगी। नवीनतम तकनीकी के प्रयोग से बेहतर ढंग से योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही उनकी प्रशासनिक क्षमता में भी वृद्धि होगी। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, पंचायतीराज अनिल कुमार ने कहा कि पंचायत प्रशिक्षण कार्यक्रमों में लगातार गुणवत्ता बढ़ रही है।

कार्यक्रम में आईआईएम लखनऊ की चेयरपर्सन मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रो. मधुमिता चक्रवर्ती ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जमीनी स्तर पर सुशासन व नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में पंचायतीराज निदेशक अमित कुमार सिंह ने कहा कि इससे पंचायत जनप्रतिनिधियों की निर्णय लेने की क्षमता, संसाधन प्रबंधन व एआई जैसी तकनीक के इस्तेमाल की नई समझ विकसित होगी।