अयोध्याजी जन्मभूमि परिसर में मासिक सुंदरकांड पाठ का सिलसिला लखनऊ की सनातनी सपना गोयल, 11 सितम्बर से करेंगीशुरू

लखनऊ | ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में सितम्बर से अब हर महीने अयोध्याजी जन्मभूमि परिसर में मातृ शक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदरकाण्ड का पाठ किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार 31 अगस्त को स्थानीय भूतनाथ मार्केट के बी-209, सावित्री प्लाजा में आयोजित मासिक आध्यात्मिक संगोष्ठी और संवाददाता सम्मेलन में सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने दी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से लखनऊ की ईश्वरीय स्वप्नाशी सेवा समिति की सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल को इसका दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि बुधवार 11 सितम्बर से वहां सैकड़ों सनातनी महिलाओं द्वारा सामूहिक सुंदरकांड पाठ का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही जल्द ही अयोध्या में पांच हजार मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक सुंदर काठ पाठ का वृहद आयोजन भी करवाया जाएगा।
सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने अयोध्या से लखनऊ लौट कर संवाददाताओं को बताया कि उनका प्रयास तो अयोध्या में पांच हजार से अधिक महिलाओं द्वारा सामूहिक सुंदरकांड पाठ का ही था पर प्रभु श्री राम की असीम कृपा और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समिति की पहल पर उन्हें मासिक सुंदरकांड पाठ का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि पहला आयोजन 11 सितम्बर को सुबह 10 बजे से मंदिर परिसर में किया जाएगा। उसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सनातनी महिलाएं शामिल होंगी। प्रमुख रूप से लखनऊ, अयोध्या और नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र की महिलाओं का आवाह्न किया गया है। सपना गोयल ने बताया कि अयोध्याजी जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा उनका अंगवस्त्र और प्रसाद देकर अभिनंदन भी किया गया। इसके साथ ही सपना गोयल ने भी सादर आभार प्रकट करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का केसरिया पट देकर सम्मान किया। सपना गोयल द्वारा बिना किसी सरकारी या निजी सहयोग के, बीते 10 मार्च को महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच हजार से अधिक मातृ शक्तियों द्वारा लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सामूहिक सुंदरकांड का भव्य अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया था। सामूहिक सुंदरकांड का अभियान राष्ट्रीय स्तर पर वृहद रूप में निरंतर संचालित किया जा रहा है। इसके तहत नैमिषारण्य तीर्थ और उत्तराखंड कोटद्वार के प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर सिद्धबली परिसर में भी सामूहिक सुंदरकांड पाठ का अनुष्ठान, सफलतापूर्वक आयोजित करवाया जा चुका है। सपना गोयल के अनुसार भारत वर्ष, देवों द्वारा निर्मित है और भरत की भूमि ऋषि मुनियों की जन्मस्थली है। ऐसे में वह सतत प्रयास कर रही हैं कि भारत को उसका पुराना वैश्विक गौरव प्राप्त हो और भारत पुन: विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित हो।