पीएम मोदी को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी, नमामि गंगे के लिए जाएगी राशि

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नागरिकों से उन्हें मिले उपहारों की नीलामी में हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे परियोजना में जाएगी। पीएम मोदी सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “पिछले कुछ दिनों से, मेरे विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान मुझे मिले विभिन्न उपहारों की ऑनलाइन नीलामी चल रही है। इस नीलामी में भारत की संस्कृति और रचनात्मकता को दर्शाने वाली बेहद रोचक कृतियां शामिल हैं। नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे के लिए जाएगी। नीलामी में अवश्य भाग लें।”

प्रधानमंत्री को प्राप्त स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी 17 सितंबर को सुबह 10 बजे (प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर) शुरू हुई और 2 अक्टूबर को शाम 5 बजे बंद होगी। पीएम मेमेंटोस की वेबसाइट के अनुसार, चांदी में राम मंदिर का मॉडल, बछड़े के साथ कामधेनु, बेंत के जहाज का मॉडल, लकड़ी का चरखा और अन्य वस्तुएं लाइव नीलामी का हिस्सा हैं। नीलामी की वस्तुओं में एलोरा स्थित कैलासा मंदिर की पेंटिंग, एक G-20 पोस्टर तथा बिहार से प्राप्त भगवान बुद्ध की एक फ्रेमयुक्त प्रतिमा आदि भी शामिल हैं।

उपयोगकर्ता pmmementos.gov.in पर जाकर, खाता पंजीकृत कर सकता है और नीलामी में उपहारों के लिए बोली लगा सकता है। वेबसाइट पर बताया गया है कि पीएम मेमेंटोज भारत सरकार का एक खुला नीलामी पोर्टल है, जो खरीदारों को उचित पंजीकरण के बाद प्रदर्शित वस्तुओं की ऑनलाइन नीलामी में भाग लेने में सक्षम बनाता है। उल्लेखनीय है, नमामि गंगे कार्यक्रम एक एकीकृत संरक्षण मिशन है, जिसे केंद्र सरकार ने जून 2014 में एक ‘प्रमुख कार्यक्रम’ के रूप में मंजूरी दी थी, इसका उद्देश्य राष्ट्रीय नदी गंगा के प्रदूषण निवारण, संरक्षण और पुनरुद्धार के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करना है। मिशन का बजट परिव्यय 20,000 करोड़ रुपये है।

इसका कार्यान्वयन दो भागों में विभाजित है – प्रारंभिक स्तर की गतिविधियां, जिनका तत्काल प्रभाव दिखाई देगा, मध्यम अवधि की गतिविधियां, जिनका कार्यान्वयन 5 वर्ष की समय-सीमा में किया जाएगा और दीर्घकालिक गतिविधियां, जिनका कार्यान्वयन 10 वर्ष की समय-सीमा में किया जाएगा।