केजीबीवी की बेटियाँ बनेंगी प्रदेश की खेल शक्ति, प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं की तैयारी में जुटी रहीं 63 बालिकाएँ

लखनऊ: प्रदेश की बेटियाँ अब शिक्षा के साथ-साथ खेलों के मैदान में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराने को तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) से चयनित 63 बालिकाओं ने लगातार 10 दिनों तक लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित गुरु गोविन्द सिंह स्पोर्ट्स कालेज स्टेडियम में विशेष अभ्यास शिविर में हिस्सा लिया।

एक सितम्बर से 10 सितम्बर तक चलने वाली इस अभ्यास प्रतियोगिता का उद्देश्य वर्ष 2047 तक इन बालिकाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य योगी सरकार ने रखा है।

दो खेलों में हो रहा अभ्यास
इस शिविर में फुटबाल और हॉकी दो खेलों की गहन तैयारी चली। फुटबाल की जिम्मेदारी कोच सुम्मी श्रीवास्तव ने संभाल रखा था जबकि हाकी की तैयारी की जिम्मेदारी रमनप्रीत कौर के कंधों पर रही। ये दोनों कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाएं भी हैं।
इन तिथियों में प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
फुटबाल का प्रशिक्षण लेने वाली 30 बालिकाएँ अब 12 से 14 सितम्बर तक गाजीपुर में होने वाली प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। वे अपने खेल कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक हासिल् करने की पुरजोर कोशिश करेंगे। वहीं, हॉकी कोच रमनप्रीत कौर के मार्गदर्शन में 33 बालिकाएँ 14 से 17 सितम्बर तक मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, झाँसी में अपना दमखम दिखाएँगी।
विभिन्न जिलों से आईं बालिकाएँ
फुटबाल प्रतियोगिता के लिए चयनित 30 छात्राओं में केजीबीवी मलिहाबाद (लखनऊ) की 20 और केजीबीवी श्रावस्ती की 10 बालिकाएँ शामिल हैं। वहीं, हॉकी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली 33 छात्राओं में केजीबीवी मूढापांडे, मुरादाबाद की 18, मलिहाबाद (लखनऊ) की 11 और केजीबीवी महराजगंज की 4 बालिकाएँ शामिल हैं।
हमारी फुटबाल टीम की बालिकाओं में जबरदस्त ऊर्जा और उत्साह है। गाजीपुर की प्रतियोगिता उनके आत्मविश्वास और खेल कौशल को नई पहचान देगी।
– सुम्मी श्रीवास्तव, फुटबाल कोच
हॉकी की ये बालिकाएँ बेहद अनुशासित और मेहनती हैं। झाँसी में होने वाली प्रतियोगिता उनके लिए बड़ा अवसर साबित होगी।
– रमनप्रीत कौर, हॉकी कोच


प्रदेश की खेल प्रतिभा को नया आयाम: डॉ. मुकेश कुमार सिंह
डिप्टी डायरेक्टर और बालिका शिक्षा वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि इन दोनों प्रतियोगिताओं में प्रदेश के सभी मंडलों से चयनित टीमें हिस्सा लेंगी और अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से ग्रामीण और पिछड़े वर्ग की बालिकाओं को खेलों में प्रोत्साहन मिलेगा। हमारा प्रयास है कि ये बालिकाएं वर्ष 2047 तक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल हों।
फुटबाल : 30 छात्राएँ (गाजीपुर प्रतियोगिता में लेगीं हिस्सा)
हॉकी : 33 छात्राएँ (झाँसी प्रतियोगिता में लेगीं हिस्सा)
लक्ष्य : 2047 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी तैयार करना