‘IAEA को सौंपी जाए पाकिस्तान के परमाणु बमों की निगरानी’- न्यूक्लियर धमकियों के बीच बोले राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को जम्मू कश्मीर पहुंचे. उन्होंने यहां ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना के जवानों से मुलाकात की. राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु बम को आईएईए की निगरानी में लाना चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि दोनों देशों की सहमति इस बात पर बनी है कि पाक की तरह से कोई नापाक हरकत नहीं होगी. अगर ऐसा हुआ तो बात दूर तक जाएगी. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर की बादामी बाग छावनी में कहा, ”मैं दुनिया के सामने यह सवाल खड़ा करना चाहता हूं कि इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी को पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अपनी निगरानी में लेना चाहिए.”
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले शहीद जवानों को नमन किया. उन्होंने कहा, ”जवानों की शहादत को नमन और पहलगाम में जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों की स्मृति को नमन करता हूं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि घायल सैनिक जल्द ठीक हो जाएं.” रक्षामंत्री ने पाकिस्तान के परमाणु बम की धमकी पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ”हमें उनके न्यूक्लियर ब्लैकमेल की परवाह नहीं है. पाकिस्तान की तरफ से एटम की धमकी दी गई है. क्या ऐसे गैरजिम्मेदार देश के हाथ में एटम बम सुरक्षित हैं.”

उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, ”आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों को मारा था, उसके बाद आपने जो जवाब दिया वो पूरी दुनिया ने देखा. आतंकियों ने भारतीयों को धर्म देख कर मारा, हमने उन्हें उनका कर्म देख कर मारा है.” रक्षामंत्री के साथ-साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी बादामी बाग छावनी पहुंचे थे. पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारी गोलीबारी की थी. उसने ड्रोन के जरिए हमले की भी कोशिश की थी. राजनाथ सिंह सेना के अधिकारियों के साथ पाक गोलीबारी के अवशेषों का निरीक्षण भी किया. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से आतंकियों को सबक सिखाया था.