सरकार का नया कदम: पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड अब DigiLocker में उपलब्ध
नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग (NeGD) ने गुरुवार को घोषणा की कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड (PVR) अब डिजिलॉकर में उपलब्ध होगा। यह सेवा विदेश मंत्रालय के सहयोग से शुरू की गई है।
डिजिलॉकर एक सुरक्षित क्लाउड-आधारित प्लेटफॉर्म है, जहां नागरिक अपने डिजिटल दस्तावेज़ सुरक्षित रख सकते हैं। PVR को डिजिलॉकर में उपलब्ध कराने से नागरिकों को दस्तावेज़ संभालने में सुविधा मिलेगी और भौतिक कागज़ों पर निर्भरता कम होगी।
अब नागरिक अपने PVR को डिजिलॉकर में सुरक्षित रूप से एक्सेस, स्टोर, शेयर और डिजिटल रूप से वेरिफाई कर सकेंगे। सफल सत्यापन के बाद यह रिकॉर्ड “Issued Documents” सेक्शन में दिखाई देगा। इससे यात्रा, रोजगार और अन्य सत्यापन प्रक्रियाएँ तेज़ होंगी और कागज़ी कार्य कम होगा।

PVR डिजिलॉकर में सरकारी प्रणाली से सीधे डिजिटल रूप में जारी किया जाता है, जिससे इसकी प्रामाणिकता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है। नागरिक इन रिकॉर्ड्स को अधिकृत संस्थानों के साथ डिजिटल रूप से साझा कर सकेंगे, जिससे तुरंत और सहमति-आधारित सत्यापन संभव होगा।
सरकार का कहना है कि यह कदम नागरिक सेवाओं के डिजिटलीकरण में बड़ा मील का पत्थर है और ‘Citizen-First’ दृष्टिकोण को मजबूत करता है।

