उत्तर कोरियाई सैनिकों की रूस में तैनाती: दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए बढ़ता खतरा

सीओल : दक्षिण कोरिया ने हाल ही में रूस में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों को तुरंत वापस बुलाने की मांग की है। यह कदम प्योंगयांग और मॉस्को के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग के विरोध में उठाया गया है। दक्षिण कोरिया की जासूसी एजेंसी ने पुष्टि की है कि उत्तर कोरिया ने रूस में 1,500 विशेष ऑपरेशन बल भेजे हैं, जो यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध का समर्थन करने के लिए भेजे गए हैं।

इससे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भी कहा था कि उनकी सरकार को खुफिया जानकारी मिली है कि 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस की सेना में शामिल होने के लिए तैयार किया जा रहा है।

दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री किम होंग क्यून ने रूसी राजदूत जार्जी जिनोविएव के साथ बैठक के दौरान कहा कि दक्षिण कोरिया अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को खतरे में डालने वाली किसी भी कार्रवाई का मुकाबला करने के लिए वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर सभी संभव कदम उठाएगा।

रूस ने अपने उत्तर कोरियाई सहयोग को दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के खिलाफ नहीं होने का दावा किया है। हालांकि, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के आरोपों का खंडन किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह रूस की सेना को हथियार मुहैया करा रहा है।

इसके अतिरिक्त, यूक्रेन ने रूस में स्थित शराब संयंत्रों पर ड्रोन हमलों का आरोप लगाया है, जिसमें एक इथेनॉल संयंत्र में विस्फोट से आग लग गई। रूसी अधिकारियों ने इस हमले में किसी हताहत होने की सूचना नहीं दी है।

इस स्थिति के बीच, प्योंगयांग और मॉस्को के बीच बढ़ती सैन्य सहयोग की आशंका और गंभीर हो गई है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।