विभागीय योजनाओं में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए, मुख्य सचिव एसपी गोयल के निर्देश
लखनऊ: यूपी के मुख्य सचिव एसपी गोयल ने कहा है कि विभागीय योजनाओं में महिला समूहों को प्राथमिकता दी जाए। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्कूल ड्रेस की सिलाई तथा मिड-डे-मील हेतु मसाले एवं खाद्य तेल का क्रय भी समूहों द्वारा किया जाए।
मुख्य सचिव ने शुक्रवार को लखपति महिला कार्यक्रम की दूसरी राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लखपति दीदी कार्यक्रम महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे समूहों की पहचान की जाए, जो अपनी आजीविका में सतत वृद्धि कर रही हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और उनके उत्पादों की बेहतर ब्रांडिंग की दिशा में कदम उठाए जाएं। मिशन द्वारा सभी विभागों से समन्वय कर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा सौर ऊर्जा संचालित फूड प्रोसेसिंग यूनिट जैसे सोलर आटा चक्की, मसाला पीसने की मशीन, ड्रायर, डीप फ्रीजर आदि का वितरण किया जाए। प्रदेश के सभी हवाई अड्डों पर स्वयं सहायता समूहों के बिक्री केंद्र स्थापित किए जाएं। टीबी मरीजों को एसएचजी द्वारा तैयार पोषण पोटली का वितरण सुनिश्चित किया जाए। अस्पताल, प्रमुख पर्यटन स्थल, पुलिस लाइन, आईटीआई, राजकीय पॉलीटेक्निक, चीनी मिलें, बस अड्डे आदि स्थानों पर प्रेरणा कैंटीन संचालित करने के लिए उपयुक्त स्थान आवंटित किए जाएं। राशन की दुकानों पर भी एसएचजी उत्पादों के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाए।

20 लाख एसएचजी सदस्य पशुपालन काम कर रही
मिशन निदेशक यूपीएसआरएलएम दीपा रंजन ने बताया कि प्रदेश में 35.94 लाख महिलाओं में 29.68 का डिजिटल आजीविका रजिस्टर में आय विवरण दर्ज है। वर्तमान में 18.55 लाख लखपति दीदियां बन चुकी हैं। नमो ड्रोन दीदी परियोजना के तहत वर्ष 2024-25 में 114 समूह सदस्य ड्रोन दीदी बनीं। वर्ष 2025-26 के लिए 2283 ड्रोन दीदियों के लक्ष्य में 493 का चयन हो चुका है। 20 लाख एसएचजी सदस्य पशुपालन काम कर रही हैं। वाराणसी एवं अयोध्या हवाई अड्डों पर एसएचजी उत्पादों के बिक्री केंद्र है। प्रदेश में संचालित 2000 में से 845 प्रेरणा कैंटीन सीएचसी/पीएचसी केंद्रों पर चल रही हैं।

