किसानों को बड़ी राहत : पीएम फसल बीमा योजना में अब जंगली जानवर और जलभराव से नुकसान को भी कवर करेगी सरकार
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शुक्रवार को किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) में अब दो बड़े नुकसान भी शामिल कर लिए गए हैं, जिनकी किसान लंबे समय से मांग कर रहे थे-पहला, जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाया गया नुकसान और दूसरा, अत्यधिक बारिश के कारण होने वाली बाढ़ या जलभराव से फसल का नुकसान। चौहान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि अब यदि जंगली जानवर किसानों की फसलें खराब करते हैं तो उसका मुआवजा मिलेगा। इसी तरह, यदि भारी वर्षा से खेतों में पानी भर जाता है और फसलें बर्बाद होती हैं, तो वह भी बीमा के तहत कवर किया जाएगा। इस फैसले से देशभर के हजारों किसान लाभान्वित होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि देश ने 2024-25 में खाद्यान्न उत्पादन का नया रिकॉर्ड बनाया है। कुल उत्पादन 357.73 मिलियन टन तक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 106 मिलियन टन की ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है, जो किसानों की मेहनत, आधुनिक तकनीक के उपयोग और केंद्र सरकार की किसान-हितैषी नीतियों का परिणाम है।वहीं तिलहन और दलहन उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है- तिलहन उत्पादन 42.989 मिलियन टन और कुल दलहन उत्पादन 25.683 मिलियन टन तक पहुंच गया है। चना, मूंग, सोयाबीन और मूंगफली जैसी फसलों में बढ़ोतरी का श्रेय सरकार के आयलसीड मिशन (Oilseeds Mission) और (Pulse Self-Reliance Mission) को दिया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार द्वारा तूर, उड़द, चना और मूंग की एमएसपी पर गारंटीशुदा खरीद ने किसानों को सुरक्षित बाजार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

नए प्रावधानों के तहत जंगली जानवरों की सूची और प्रभावित जिलों की पहचान राज्य सरकारें करेंगी। किसानों को फसल नुकसान की सूचना 72 घंटों के भीतर फसल बीमा ऐप पर जियो-टैग तस्वीरों के साथ देनी होगी। यह विस्तारित कवरेज खरीफ 2026 सीजन से लागू होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों का परिश्रम देश की आत्मनिर्भरता और विकास का मजबूत आधार है और सरकार उनकी सुरक्षा और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।

