अमेरिकी अधिकारियों का भारत दौरा शुरू, विदेश सचिव विक्रम मिस्री से विदेश कार्यालय में होगी बातचीत
अमेरिका के राजनीतिक मामलों की अवर सचिव एलिसन हुकर अपने आधिकारिक दौरे पर भारत पहुंची हैं। सोमवार से उनके दौरे की औपचारिक शुरुआत हुई। इस दौरान वह भारत के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और इंडो-पैसिफिक में साझेदारी को मजबूत करने जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करेंगी। इन बैठकों में विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ होने वाला विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) भी शामिल है।
हुकर का यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी और स्वतंत्र, खुले इंडो-पैसिफिक की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने में सहायक
भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि हुकर का यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी और स्वतंत्र, खुले इंडो-पैसिफिक की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने में सहायक होगा। अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया, “अमेरिकी मिशन को अवर सचिव एलिसन हुकर का भारत में स्वागत करते हुए खुशी है। जैसे-जैसे हम आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर अमेरिका-भारत संबंधों को आगे बढ़ा रहे हैं, उनका यह दौरा अमेरिकी राष्ट्रपति की मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी और स्वतंत्र एवं मुक्त इंडो-पैसिफिक की प्राथमिकताओं को आगे ले जाने में मदद करेगा।”
अमेरिका-भारत अनुसंधान साझेदारी में नवाचार को बढ़ावा देने और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा
दूतावास के अनुसार, नई दिल्ली के अलावा एलिसन हुकर बेंगलुरु भी जाएंगी। बेंगलुरु में वह इसरो का दौरा करेंगी और भारतीय अंतरिक्ष, ऊर्जा तथा तकनीक क्षेत्रों के नेताओं से मुलाकात कर अमेरिका-भारत अनुसंधान साझेदारी में नवाचार को बढ़ावा देने और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा करेंगी। इससे पहले अमेरिकी दूतावास ने कहा था कि अवर सचिव का यह दौरा अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, आर्थिक एवं व्यावसायिक संबंधों को गहरा करने, अमेरिकी निर्यात बढ़ाने, तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष अन्वेषण सहित उभरती तकनीकों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा।
3 दिसंबर को भारत-अमेरिका संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 21वीं बैठक और सातवां पदनाम संवाद आयोजित

3 दिसंबर को भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद पर रोक लगाने के लिए भारत-अमेरिका संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 21वीं बैठक और सातवां पदनाम संवाद आयोजित किया गया था। भारत की ओर से विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (आतंकवाद-निरोधक) डॉ. विनोद बहाडे और अमेरिका की ओर से विदेश विभाग के आतंकवाद निरोधक ब्यूरो की वरिष्ठ अधिकारी मोनिका जैकब्स ने अपने-अपने प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया।
बैठकों में आतंकवाद का मुकाबला करने में द्विपक्षीय सहयोग के महत्व पर जोर
बैठकों में आतंकवाद का मुकाबला करने में द्विपक्षीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया गया, जो भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की भावना को दर्शाता है। दोनों पक्षों ने सीमा पार आतंकवाद सहित सभी रूपों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम विस्फोट की भी कड़ी निंदा
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम विस्फोट की भी कड़ी निंदा की। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि आतंकवाद के लिए जिम्मेदार लोगों को हर हाल में जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

