सीएम योगी का अवैध परिवहन रैकेट पर एक्शन, दो एआरटीओ समेत 27 के खिलाफ मुकदमा

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सीएम योगी की सख्ती के बाद ओवरलोडिंग और अवैध मौरंग परिवहन के खेल का भंडाफोड़ करते हुए एसटीएफ ने बुधवार को फतेहपुर, उन्नाव और रायबरेली में दो एआरटीओ, खनन अधिकारी समेत 27 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें अफसरों और उनके हमराहियों पर भ्रष्टाचार समेत तमाम गंभीर आरोप लगे हैं। उन्नाव में एसटीएफ कानपुर यूनिट के एसआई राहुल परमार की अगुवाई में पांच सदस्यीय टीम ने मंगलवार रात करीब दो बजे गदनखेड़ा बाईपास पर घेराबंदी करते हुए दो कारों में सवार चार पासर (ओवरलोड गाड़ियों को पुलिस चेकिंग की सूचना देने वाले) पकड़े। इनसे पूछताछ में पता चला कि बिना रॉयल्टी उपखनिज लोड बांदा नंबर का एक ट्रक आ रहा है।

टीम ने पासर की निशानदेही पर ट्रक को पकड़ लिया। पूछताछ में इन्होंने ने बताया कि अवैध उपखनिज लोड गाड़ियों के परिवहन को सिंडिकेट चलाते हैं। इसके अलावा सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित हिरननगर निवासी मो. तारिक हुसैन, नियाज अहमद और कानपुर में घाटमपुर के जवाहरनगर निवासी सुनील सचान, स्योदीलालहेपुर निवासी प्रदीप सिंह और हमीरपुर के ट्रक ड्राइवर श्रीकिशन को भी घेराबंदी कर पकड़ा।

पकड़े गए लोगों ने अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए। इस पर एसटीएफ ने एआरटीओ प्रथम (प्रर्वतन) संजीव कुमार के हमराही प्रदीप, संदीप और रंजीत, एआरटीओ द्वितीय (प्रर्वतन) प्रतिभा के हमराही सिपाही इंद्रजीत, पीटीओ के निजी चालक सुरेंद्र, कानपुर में एआरटीओ रहे अंबुज सिंह के निजी व्यक्ति निर्भय सिंह समेत पकड़े गए। चारों पासरों के खिलाफ सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

वहीं, फतेहपुर में एसटीएफ के निरीक्षक दीपक सिंह ने थरियांव थाने में दर्ज कराए केस में बताया कि एक सूचना पर एसटीएफ की टीम ने लोकेटर धीरेन्द्र सिंह को ट्रक के आगे चलते समय पकड़ा। उसकी निशानदेही पर ट्रक पकड़ा गया जो ओवरलोड मौरंग से भरा था। धीरेन्द्र सिंह ने कबूला कि वह बेरोजगार है लेकिन खनन अधिकारी, एआरटीओ और उनके ड्राइवरों से मिलीभगत कर प्रति ट्रक पांच हजार रुपये तक की रिश्वत लेकर ओवरलोड ट्रकों को पास कराता है। इस मामले में लोकेटर धीरेन्द्र और ट्रक चालक विक्रम के अलावा खनन अधिकारी, आरटीओ के ड्राइवर बबलू पटेल, खनन अधिकारी का गनर राजू और मुकेश तिवारी को मुकदमे में नामजद किया गया है।

उधर, एसआई अमित कुमार तिवारी ने लालगंज कोतवाली (रायबरेली) में केस दर्ज कराते हुए लोकेटर मोहित सिंह निवासी अम्बारा लालगंज को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने उसके पास से 114 वाहनों की सूची, आधा दर्जन बैंक के एटीएम कार्ड समेत बड़ी संख्या में सामान बरामद किया है। उसने पूछताछ में बताया कि एआरटीओ फतेहपुर पुष्पांजलि के ड्राइवर सिकंदर, पीटीओ फतेहपुर अखिलेश चतुर्वेदी के ड्राइवर अशोक तिवारी के माध्यम से अधिकारियों के हर महीने पांच हजार रुपये प्रति वाहन पैसा जमा किया जाता है।

पुलिस ने मोहित, सुनील, एआरटीओ फतेहपुर पुष्पांजलि, चालक सिकंदर, पीटीओ अखिलेश चतुर्वेदी, ड्राइवर अशोक तिवारी, एआरटीओ (प्रवर्तन) रायबरेली अंबुज सिंह, दीवान नौशाद, पीटीओ रायबरेली रेहाना, चालक सुशील और मिथुन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसटीएफ के सीओ विमल सिंह ने बताया कि फतेहपुर और रायबरेली में दो लोकेटर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे प्रारंभिक पूछताछ में दलाल व अधिकारियों के बीच लेनदेन के अहम साक्ष्य हाथ मिले हैं। परिवहन और खनन अफसरों की मिली भगत से पासिंग का बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था।