गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का निधन, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक

गोवा के कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का बीते मंगलवार को अचानक कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। उनके परिवार ने इस खबर की पुष्टि की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवि नाइक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक समर्पित लोक सेवक बताया, जिन्होंने गोवा के विकास में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गोवा सरकार में मंत्री रवि नाइक के निधन से दुखी हूं। उन्हें एक अनुभवी प्रशासक और समर्पित लोक सेवक के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने गोवा के विकास को समृद्ध बनाया। वे विशेष रूप से वंचितों और हाशिए पर रहने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।”
रवि नाइक गोवा की राजनीति के एक दिग्गज नेता थे, जिनका राजनीतिक जीवन चार दशकों से भी अधिक लंबा रहा। उन्होंने 1980 के दशक में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और गोवा की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बन गए। नाइक दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे-पहली बार 1991 में कुछ समय के लिए और दूसरी बार 1994 में। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग 850 दिनों तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे 1998 से 1999 तक लोकसभा सांसद भी रहे। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने गोवा के कई महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया।
रवि नाइक 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों से कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी ‘एक्स’ पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री रवि नाइक के निधन से गहरा दुख हुआ है। मुख्यमंत्री और प्रमुख विभागों के मंत्री के रूप में उनकी दशकों की सेवा ने राज्य के शासन और लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उनके नेतृत्व, विनम्रता और जनकल्याण में योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”

रवि नाइक को एक ऐसे नेता के रूप में जाना जाता था जो जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़े रहते थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में वंचित और हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए लगातार काम किया। गोवा के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा।
