चिकित्सा केवल उपचार नहीं, बल्कि करुणा, विज्ञान और सेवा का संगम : आनंदीबेन पटेल

आनंदीबेन-पटेल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को कहा कि चिकित्सा केवल उपचार नहीं, बल्कि करुणा, विज्ञान और सेवा का संगम है। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को यहां डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के द्वितीय दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति का आधार उसके नागरिकों का स्वास्थ्य होता है, और यह स्वास्थ्य, सशक्त चिकित्सा संस्थानों की नींव पर टिका होता है।

उन्होंने कहा, ‘‘चिकित्सा केवल उपचार नहीं, बल्कि करुणा, विज्ञान और सेवा का संगम है।’’ राजभवन से जारी एक बयान के मुताबिक इस अवसर पर राज्यपाल ने 297 विद्यार्थियों को उपाधियां एवं मेधावियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि चिकित्सा संस्थानों को चाहिए कि वे नवाचार और अनुसंधान को प्राथमिकता दें। भारत की चिकित्सा परंपरा आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को आधुनिक चिकित्सा तकनीकों के साथ समन्वित करने का भी उन्होंने आह्वान किया।

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जब विज्ञान और परंपरा साथ चलेंगे, तभी चिकित्सा सेवा का स्वरूप संपूर्ण और मानवीय बनेगा। उन्होंने चिकित्सा विद्यार्थियों और चिकित्सकों से कहा कि चिकित्सा सेवा केवल पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सर्वोच्च साधना है। राज्यपाल ने चिकित्सकों को सलाह दी कि प्रत्येक रोगी के प्रति उनका व्यवहार करुणा, सहानुभूति और धैर्य से परिपूर्ण होना चाहिए। एक मुस्कान या स्नेहपूर्ण वाक्य भी कई बार दवा से अधिक असरकारी हो सकता है।

उन्होंने चिकित्सकों से आह्वान किया कि वे कम से कम तीन वर्ष तक ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा करें तथा निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से हर वर्ष कम से कम पांच मरीजों का निःशुल्क उपचार करने का संकल्प लेने को कहा। राज्यपाल ने नवोदित चिकित्सा विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने ज्ञान, अनुभव और मूल्यों को पुस्तकों तक सीमित न रखते हुए समाज के हित में उपयोग करें।

उन्होंने कहा कि जब चिकित्सक का हृदय करुणा से भरा हो, मस्तिष्क विज्ञान से समृद्ध हो, और हाथ सेवा को तत्पर हों, तब चिकित्सा मानवता की आराधना बन जाती है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मेधावी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

उन्होंने कहा यह दीक्षांत समारोह संस्थान के लिए गौरव का क्षण है। पाठक ने कहा कि विगत आठ वर्षों में संस्थान ने अथक परिश्रम और समर्पण से यह सफलता अर्जित की है। हम हर कदम पर संस्थान के साथ खड़े हैं।

उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में संस्थान का अपना प्रेक्षागृह होगा, जिसके लिए कार्य जारी है। उप मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्यपाल जी के नेतृत्व में प्रदेश के विश्वविद्यालय एवं संस्थान उच्च ग्रेड प्राप्त कर रहे हैं।